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MUMBAI : टीबी अस्पताल शिवडी में शुरू होगी आईआरसीयू यूनिट

12 से 13 साल के मरीजों का इलाज आसानी से हो सकेगा

मुंबई : मुंबई नगर निगम के शिवड़ी के इकलौते टीबी अस्पताल में जल्द ही आईआरसीयू यानी इंटेंसिव रेस्पिरेटरी केयर यूनिट शुरू होने जा रही है। इस विभाग में टीबी व अन्य सांस की बीमारी के मरीजों का इलाज किया जाएगा, जिसके लिए शिवडी टीबी अस्पताल में 10 बेड उपलब्ध कराए जाएंगे। अगले दो महीनों में ‘आईआरसीयू’ सेक्शन शुरू होने वाला है, सेक्शन में बिजली का कुछ काम बाकी है। इस विभाग का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसलिए 12 से 13 साल के मरीजों का इलाज आसानी से हो सकेगा। ‘आईआरसीयू’ में नेगेटिव प्रेशर में इलाज होगा। इसका मतलब यह है कि सांस की अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सकता है। टीबी के बिना निमोनिया वाले रोगी को आईसीयू उपचार की आवश्यकता होगी, उदाहरण के लिए टीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ नम्रता कौर ने कहा कि मरीजों का इलाज किया जा सकता है। मार्च-अप्रैल तक ‘मॉड्यूलर ओटी’ शुरू होने से शिवड़ी टीबी अस्पताल में सर्जरी की संख्या भी बढ़ेगी। अगले डेढ़ महीने में शुरू हो जाएगा पुरानी बड़ी सर्जरी का ऑपरेशन, अब होंगी अतिरिक्त सर्जरी डॉ. नम्रता कौर ने जानकारी दी।

यह फायदेमंद होगा
‘आईआरसीयू’ वही विभाग होगा जो आईसीयू का है। जिन मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत होती है या जिन मरीजों को कोई अन्य जटिलता होती है उनका इलाज आईआरसीयू में किया जाएगा। जिन मरीजों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है, यानी जिन मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है, उन्हें वेंटिलेटर के जरिए ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन दी जा सकती है। सामान्य तौर पर 10 से 12 लीटर ऑक्सीजन दी जा सकती है। नए सेक्शन में इसका अनुपात बढ़ जाएगा। पल्मोनरी, कार्डियक, ब्लड प्रेशर जैसे सभी पहलुओं का एक ही स्थान पर इलाज किया जा सकता है। यूनिट का मुख्य उद्देश्य तेजी से बेहतर इलाज मुहैया कराना होगा।

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