मुंबई : (Mumbai) उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Deputy Chief Minister Eknath Shinde) ने सोमवार को मुंबई में कहा कि विकास के लिए खर्च किया गया प्रत्येक रुपया आम आदमी तक पहुंचना चाहिए और इस संबंध में संसद की प्राक्कलन समिति का काम बहुत प्रभावी है।
उपमुख्यमंत्री शिंदे सोमवार को मुंबई के विधान भवन सभागृह (Estimates Committees of Parliament) में आज से आयोजित संसद और विभिन्न राज्यों की प्राक्कलन समितियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। शिंदे ने कहा कि गरीबों का कल्याण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एजेंडा है और वे इस बात पर जोर देते हैं कि हर रुपया गरीबों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि से अनुमान समितियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और प्रशासन की दक्षता, मितव्ययिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करती हैं। वर्तमान में ये समितियां अपने चरम पर हैं और देश भी दोगुनी गति से प्रगति कर रहा है।
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने इन समितियों को लोकतंत्र की आत्मा का दर्पण बताते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में वित्तीय जिम्मेदारी और पारदर्शिता बहुत महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और अनुमान समिति एक बहुत ही सक्षम और प्रभावी संसदीय माध्यम है। हमारे बजट में बहुत सी चीजें होती हैं। इसमें घोषणाएं और प्रावधान भी होते हैं। यह देखना महत्वपूर्ण है कि इन प्रावधानों का सही तरीके से, समय पर और प्रभावी तरीके से उपयोग किया जा रहा है या नहीं और यही जिम्मेदारी यह समिति निभाती है।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह, विधान परिषद के सभापति प्रो. राम शिंदे, विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे, विधानसभा के उपसभापति अन्ना बनसोडे, लोकसभा की प्राक्कलन समिति के समिति प्रमुख डॉ. संजय जायसवाल, महाराष्ट्र विधानसभा की प्राक्कलन समिति के समिति प्रमुख अर्जुन खोतकर उपस्थित थे।