भाजपा जिला महासचिव ने की सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग
मुंबई : (Mumbai) वसई विरार शहर महानगरपालिका (Vasai Virar City Municipal Corporation) (VVMC) क्षेत्र में रहने वाली हजारों महिलाएं पिछले कई वर्षों से मनपा क्षेत्र में स्थित तालाबों या जलाशयों में परंपरा के अनुसार छठ पूजा करती आ रही हैं। हालांकि, बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर, माननीय न्यायालय ने प्रशासन को सभी त्योहारों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाने का निर्देश दिया है। न्यायालय के निर्देशों के अनुसार, वीवीएमसी ने तालाबों और जलाशयों में जाने के बजाय कृत्रिम तालाबों में पूजा करने के निर्देश जारी किए हैं।
इससे उत्तर भारतीय समुदाय और छठ पूजा आयोजकों में नाराजगी है। लेकिन, इस विषय पर आपसी सहमति के बजाय कुछ लोग इसको राजनीतिक मुद्दा बनाकर नागरिकों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।इस विषय को गंभीरता से लेते हुए भाजपा वसई-विरार जिला महासचिव मनोज बारोट (BJP Vasai-Virar District General Secretary Manoj Barot) ने मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस आयुक्त और वसई विरार महानगरपालिका आयुक्त को एक पत्र लिखकर इस विषय पर समन्वय स्थापित करने की मांग की है। भाजपा नेता बारोट ने अनुरोध करते हुए पत्र में कहा है कि एक ओर छठ पूजा (Chhath Puja) उत्तर भारतीय महिलाओं की आस्था से जुड़ा त्योहार है और दूसरी ओर माननीय न्यायालय का आदेश है।
इसलिए, माननीय न्यायालय के आदेश और उत्तर भारतीय महिलाओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए एक सही निर्णय लेना आवश्यक है। इसलिए, इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों की तत्काल बैठक बुलाई जानी चाहिए और सभी दलों को इस मुद्दे पर अपनी बात रखने का अवसर दिया जाना चाहिए। इससे इस मुद्दे पर एक सही निर्णय लिया जा सकेगा और कोई भी राजनीतिक दल इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर नागरिकों को गुमराह नहीं कर सकेगा। ऐसा करने से सभी लोग सम्मान के साथ त्योहार मना सकेंगे और तालुका की कानून-व्यवस्था बरकरार रहेगी।
