
Mumbai: कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर भाजपा ने सिर्फ सियासी दाव खेला : सचिन सावंत

प्रशांत बारसिंग
मुंबई: कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सचिन सावंत (Sachin Sawant) ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर बीजेपी ने केवल राजनीतिक दाव खेले हैं। सावंत ने कहा कि भाजपा पर कश्मीरी पंडितों का कुछ भी बकाया नहीं है लेकिन उनके प्रति सहानुभूति सिर्फ दिखावा है। युवा कश्मीरी पंडित राहुल भट (Rahul Bhat) की हत्या से लाखों कश्मीरी पंडितों की आशाएं, आकांक्षाएं और सपने चकनाचूर हो गए हैं। कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) की वर्तमान दुर्दशा के लिए भाजपा जिम्मेदार है। साफ हो गया है कि पिछले 8 साल में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के दुख दर्द पर सियासी खेल खेले हैं और सत्ता के बाजार में कश्मीरी पंडितों का दुख बेचा है।
कश्मीरी पंडितों के सवाल पर भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) को जानकारी देते हुए सचिन सावंत ने आगे कहा कि बीजेपी समर्थित वी. पी. सिंह सरकार के दौरान, कश्मीरी पंडित पलायन कर गए। उस समय जगमोहन राज्यपाल थे। इसी अवधि के दौरान, कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई और उन्हें भागने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने 2019 में अनुच्छेद 370 को हटाते हुए वादा किया था कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो जाएगा और पंडित घर लौट आएंगे। बीजेपी ने कश्मीरी पंडितों, अनुपम खेर जैसे पिट्टू और अंकित मीडिया के खिलाफ देश भर में मुस्लिम नफरत फैलाने के लिए अत्याचार किया।
फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ का प्रमोशन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ जानकारी देने का भी प्रबंधन करती है। निर्माताओं ने फिल्म से 250 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की, लेकिन कश्मीरी पंडितों के हाथ खाली रहे। फिल्म का प्रचार कर रहे प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को समझना चाहिए कि आज कश्मीर में जो हो रहा है वह कहानी नहीं बल्कि हकीकत है। डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दस वर्षों में 3,000 से अधिक पंडितों को नौकरी दी गई। 5911 घर बनाए, लेकिन मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया। कश्मीरी पंडितों की आंखें अब खुल गई हैं और बीजेपी की ओर से कट्टरता के अफीम खाने वालों की भी आंखें खुल जाएंगी, ऐसी आशा सावंत ने व्यक्त की है।