मुंबई : (Mumbai) अप्रैल ठाणे नगर निगम क्षेत्र में हर जगह कूड़ा-कचरा देखा जा सकता है, घरों के पास, दुकानों के बाहर, चौराहों और सड़कों पर कूड़ा-कचरा, मलबा और टूटे हुए फर्नीचर फेंके जा रहे हैं। यह अस्वच्छ स्थिति न केवल शहर की सुंदरता को खराब करती है, बल्कि नागरिकों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इस पर काबू पाने के लिए आज नगर आयुक्त सौरभ राव ने वैकल्पिक कचरा प्रबंधन, जनसंवाद और दंडात्मक कार्रवाई के त्रि-आयामी कार्यक्रम को लागू करने का निर्देश दिया है।
बताया जाता है कि ठाणे नगर निगम क्षेत्र में सड़कों, चौराहों, सड़क के किनारों, आवासीय परिसरों के बाहर निर्माण अपशिष्ट, मलबा, टूटे फर्नीचर, गद्दे आदि के ढेर लगे हुए दिखते हैं। हालांकि प्रतिदिन कचरा हटाया जाता है, फिर भी ये ढेर अस्वास्थ्यकर स्थिति पैदा करते हैं। नागरिकों को असुविधा होती है और यातायात बाधित होता है। इस संबंध में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी समय-समय पर ऐसे स्थानों के संबंध में निर्देश दिए हैं और गंदगी को लेकर नाराजगी जताई है।
ठाणे मनपा आयुक्त सौरभ राव ने इस समस्या को देखते हुए समाधान के रूप में सभी सहायक आयुक्त, अधिशासी अभियंता एवं सफाई निरीक्षक को निर्देश दिया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे अपशिष्ट निपटान स्थलों की पहचान करें। वहां कचरा उठाने का विकल्प होना चाहिए तथा स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों से कचरा और मलबा न डालने के बारे में संवाद होना चाहिए। इसके बाद भी यदि वहां कचरा या मलबा पाया जाता है तो सभी संबंधितों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए, ऐसा निर्देश आयुक्त राव ने दिया है। स्थानीय समुदायों में स्वच्छता के प्रति जागरूक लोगों का एक कैडर बनाया जाना चाहिए। इनके माध्यम से संवाद करने से कूड़ा-कचरा फैलने से रोका जा सकेगा। आयुक्त राव ने स्पष्ट किया कि यदि इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ तो संबंधित लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का विकल्प खुला रहेगा।
सभी अधिकारियों को पानी के रिसाव, खराब सड़कों तथा पेड़ों की कटी हुई शाखाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए तथा ऐसे मामलों को तुरंत संबंधित विभाग के ध्यान में लाना चाहिए। आयुक्त राव ने यह भी स्पष्ट किया कि इन शिकायतों को तुरंत दर्ज किया जाए और उन पर कार्रवाई की जाए। आयुक्त राव ने यह भी स्पष्ट किया कि टूटे फुटपाथों की मरम्मत, टूटी नालियों और टूटे डिवाइडरों को ढकने की पूरी जिम्मेदारी इंजीनियरिंग विभाग की है और उन्हें यह कार्य तुरंत करना चाहिए।
साथ ही, सर्किल उपायुक्त, सहायक आयुक्त और अधिशासी अभियंता अपने-अपने क्षेत्रों में सप्ताह में दो दिन प्रातः भ्रमण करें। सुबह टहलने वाले लोगों से बातचीत करें। साथ ही साफ-सफाई, मलबा आदि का निरीक्षण कर सफाई की नियमित समीक्षा की जाए। आयुक्त राव ने यह भी निर्देश दिए कि यह सुबह का अभियान नियमित रूप से चलाया जाए।