
‘मां’, इस छोटे से ममतामयी शब्द में पूरा संसार समाया है …और क्यों ना समाए? कहते हैं भगवान स्वयं सबके पास आ ना पाएं, इसलिए मां के रूप में वे सबके पास आ गए। मां के इस प्यार भरे संसार के आगे हर चीज फीकी है। तो क्यों न आज मदर्स डे के अवसर पर इस ममतामयी संसार से रूबरू हों।
मां का दर्जा शायद ही कोई समझ सके। पवित्र, निस्वार्थ, प्रेम का भंडार, दुआओं का समंदर बसता है मां में। मां के दर्जे की गहरायी शायद ही कोई समझ सका है। अपनी कोख में जब वो 9 माह तक एक नन्ही सी जान को संभालती है, तब बिना एक पल अपने लिए सोचे निस्वार्थ रूप से उस जान की देख-रेख करती है। उसे अपनई आंखों का तारा बना लेती है। कभी सोचा है परमात्मा ने एक स्त्री को ही क्यों चुना इसलिए? क्योंकि वो निस्वार्थ है, भले ही वह पुरुष के मुकाबले शारीरिक रूप से कमजोर हो, परंतु धैर्य, आत्मबल, सहनशक्ति एक स्त्री में भरपूर होती है। नौवें महीने जब उस जान को इस दुनिया में लाने का वक्त आता है तब वो अपना सारा मनोबल उस प्रक्रिया में न्योछावर करती है, क्योंकि उसे पता होता है जब वो अपने बच्चे को इस दुनिया में, अपने हाथ में देखेगी, तो वह सबसे प्यारा पल होगा।
बच्चे को लगी चोट मां को तकलीफ दे जाती है और वह कठिन क्षण में ढाल बन खड़ी हो जाती है। ना जाने कितने अनेक रूप ले लेती है मां अपने बच्चे की परवरिश करते समय। उसका पेट भरे और संतुष्ट रहे इसलिए वो खुद आधी रोटी खा लेगी। उसे चाहे जो भी परेशानी हो कभी बयान न कर हमेशा चेहरे पर मुस्कुराहट बनाए रखेगी।
एक मां अपने बच्चे के किसी भी गलत काम को माफ करने की क्षमता रखती है। अपने बच्चे के लिए अपनी खुशियों का त्याग करती है। वो अगली पीढ़ियों को दिखाती है कि इस दुनिया में भयंकर सौम्य शक्ति के साथ कैसे जीवित रहें। हमें अपने स्वयं के जुनून के साथ जीवन में चढ़ाई करने के लिए प्रेरित करती है।
मां द्वारा सिखाए गए नैतिक मूल्य एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। वृद्धावस्था तक व्यक्ति अक्सर अपनी मां के मूल्यों को याद रखते हैं। इसलिए, समाज में जो भलाई दिखाई देती है, उसका श्रेय मां को जाता है।
समाज का भविष्य एक मां के शिक्षण का परिणाम है। सबसे उल्लेखनीय है कि एक मां अपने शिशु के मौन को भी समझ सकती है। यह निश्चित रूप से एक मां और बच्चे के बीच एक मजबूत भावनात्मक संबंध विकसित करता है। हर किसी के जीवन में मां एक रत्न है। वह एक बच्चे के लिए खुशी का अंतिम स्रोत है। उसके योगदान निश्चित रूप से कल्पना करने के लिए बहुत महान हैं। इन सबसे बढ़कर, उसका प्यार शुद्ध है। एक बच्चे के जीवन में मां की भूमिका मानव अनुभव में सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है।
हमेशा अपना हाथ और पल्लू का दामन अपने बच्चे के सर पर रख उसे हर मुसीबतों से बचाती है। कमाल की बात तो ऐसी है के हर मुसीबत का हल उसके पास होता है! तो इस मदर्स डे पर अपनी मां को खूब प्रेम दें उन्हें बताए कि वो कितना महत्व आपके जीवन में रखती है। मां का दिल प्रेम-स्नेह से भरा होता है और आपके कुछ मीठे बोल उसके दिल को खुशी से भर देंगे।
अक्षता घोक्षे
युवा पत्रकार