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Mirzapur : वाड़ी परियोजना से सुधरेगा आदिवासियों का जीवन स्तर, आजीविका का साधन बनेगा बकरी पालन

नाबार्ड के तत्वावधान में वाड़ी परियोजना का संचालन

मीरजापुर : आदिवासी बाहुल्य गांव नुनौटी में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड के तत्वावधान में वाड़ी परियोजना का संचालन मानवीय दृष्टिकोण सेवा समिति की ओर से राजगढ़ और मड़िहान ब्लॉक के सात गांव में किया जा रहा है। मंगलवार को मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबन्धक नाबार्ड लखनऊ एसके दोरा ने गोष्ठी को सम्बोधित किया।

मुख्य अतिथि ने आदिवासी किसानों एवं समूह की महिलाओं को बताया कि नाबार्ड आदिवासियों की आजीविका और आमदनी को बढ़ाने के लिए वाड़ी परियोजना का संचालन कर रही है। आदिवासियों के खेतों को मेढ़बंदी और पानी की व्यवस्था के साथ ही आम और अमरूद का बगीचा लगाया जा रहा है। उच्च गुणवत्ता के आम, अमरूद के पौधों से 4-5 वर्षों के बाद आदिवासियों की आमदनी के साथ पर्यावरण में भी गुणात्मक सुधार होगा। जिन आदिवासियों के पास जमीन नहीं है, उनके लिए बकरी पालन व्यवसाय स्थापित करने के लिए नाबार्ड सहयोग कर रहा है, जिससे आदिवासियों के जीवन स्तर में सुधार हो और सम्पन्नता आए।

विशिष्ट अतिथि जिला विकास प्रबन्धक लखनऊ प्रेरणा, क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक दीपक गुप्ता, जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड शाश्वत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन रामसंजीवन दूबे तथा धन्यवाद ज्ञापन वाड़ी किसान राधेश्याम ने किया।

किसानों को स्प्रे मशीन तो समूह की बहनों को दिया सिलाई मशीन

मुख्य अतिथि ने किसानों को स्प्रे मशीन तथा समूह की बहनों को सिलाई मशीन भी वितरित किया। दो वाड़ी किसानों को केसीसी के स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। मुख्य अतिथि ने भूमिहीन आदिवासी बहन, दूइजा देवी नुनौटी को नाबार्ड की ओर से दिए गए बकरी पालन व्यवसाय का अवलोकन भी किया।

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