
ठाणे: (Thane) महाराष्ट्र के ठाणे शहर की पुलिस ने स्वतंत्रता सेनानी वी डी सावरकर के खिलाफ ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि गांधी के खिलाफ बृहस्पतिवार को ठाणे नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।अधिकारी ने कहा, “महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट की कार्यकर्ता वंदना डोंगरे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि गांधी ने सावरकर के खिलाफ अपने अपमानजनक बयानों से नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।”उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 500 (मानहानि) और 501 (मानहानिकारक चीज छापने या उकेरने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा वर्तमान में महाराष्ट्र से होकर गुजर रही है।
उन्होंने बृहस्पतिवार को अकोला जिले के वाडेगांव में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि सावरकर ने ब्रिटिश शासकों की मदद की और डर की वजह से दया याचिका लिखी, तथा इस तरह उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अन्य नेताओं के साथ विश्वासघात किया।इससे दो दिन पहले, गांधी ने अपनी यात्रा के तहत वाशिम जिले में एक रैली को संबोधित किया था और इसमें उन्होंने सावरकर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का प्रतीक बताया था।
कांग्रेस सांसद ने कहा था, ‘‘वह (सावरकर) अंडमान में दो-तीन साल जेल में रहे। उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं।’’भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाले गुट बालासाहेबंची शिवसेना ने टिप्पणी को लेकर गांधी की आलोचना की है। इन दलों के कार्यकर्ता उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने भी सावरकर पर गांधी की टिप्पणी को खारिज किया है।दिवंगत हिंदुत्व विचारक के पौत्र रंजीत सावरकर ने अपने दादा के अपमान का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को मुंबई के शिवाजी पार्क थाने में गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
राहुल गांधी ठाणे जिले में पहले से ही मानहानि के एक और मामले का सामना कर रहे हैं। वर्ष 2014 में, आरएसएस के एक कार्यकर्ता ने ठाणे के भिवंडी शहर में गांधी का भाषण सुनने के बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जहां कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस का हाथ था। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि इस बयान से आरएसएस की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। 2018 में, अदालत ने मामले में गांधी के खिलाफ आरोप तय किए थे।