जोधपुर : (Jodhpur) लद्दाख हिंसा मामले में गिरफ्तार समाजसेवी और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक (social worker and environmental activist Sonam Wangchuk) से जुड़ा मामला अब नए मोड़ पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National Security Act) (NSA) के तहत गिरफ्तार वांगचुक इस समय जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं, जहां इस मामले की जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय न्यायिक आयोग ने अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है।
आयोग ने शुक्रवार को जेल परिसर में सुनवाई की और सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) के बयान दर्ज किए। बताया जा रहा है कि आयोग जल्द ही उनकी पत्नी के भी बयान दर्ज करेगा, जिन्होंने हाल ही में वांगचुक मामले को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच की अध्यक्षता जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और लेह-लद्दाख सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष एमके हंजूरा कर रहे हैं। उनके साथ लेह जिला न्यायाधीश मनोज परिहार और कारगिल जिला न्यायाधीश स्पल जयेश अंगमों भी जांच प्रक्रिया में शामिल हैं। तीनों न्यायाधीश गुरुवार को जोधपुर पहुंचे और जेल प्रशासन के साथ सुरक्षा एवं प्रक्रिया संबंधी तैयारियों का जायजा लिया।
जोधपुर सेंट्रल जेल और पुलिस विभाग (Jodhpur Central Jail and the police department) ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, ताकि जांच कार्यवाही के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। आयोग की यह जांच कार्रवाई संवेदनशील मानी जा रही है, क्योंकि यह लेह-लद्दाख हिंसा की पृष्ठभूमि और सोनम वांगचुक की भूमिका पर कई अहम खुलासे कर सकती है।
गौरतलब है कि, वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद से ही लद्दाख और देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिनमें कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने उनकी रिहाई की मांग की थी।
