India Ground Report

Kolkata : उत्तर बंगाल सीमा पर बीएसएफ ने रोकी घुसपैठ की कोशिश, ‘नो मैन्स लैंड’ में फंसे 13 बांग्लादेशी नागरिक

कोलकाता : (Kolkata) उत्तर बंगाल के दो सीमाई क्षेत्रों से बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ की कोशिश को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नाकाम कर दिया। केंद्रीय अर्धसैनिक बल की ओर से बुधवार दोपहर एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि मंगलवार रात कूचबिहार ज़िले के शीतलकुची और सिताई सीमा से 13 बांग्लादेशी नागरिकों ने भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश की थी, लेकिन सतर्क बीएसएफ जवानों ने उन्हें रोक लिया।

बीएसएफ के 78वीं बटालियन की पद्मा और सिताई कैंप की टीम ने मौके पर पहुंचकर घुसपैठ की कोशिश कर रहे सभी लोगों को सीमा पर ही पकड़ लिया। इसके बाद जब वे वापस बांग्लादेश लौटने की कोशिश करने लगे, तो बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। ऐसे में वे सभी ‘नो मैन्स लैंड’ यानी भारत और बांग्लादेश के बीच की सीमा पट्टी में फंस गए हैं।

बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बल ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी चौकसी बढ़ा दी है कि ये लोग भारत में प्रवेश न कर सकें। उधर, बीजीबी भी सीमा पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के चलते हाल के महीनों में लगातार अवैध घुसपैठ की घटनाएं सामने आ रही हैं। बीएसएफ ने कई बार इन घुसपैठियों को पकड़ने और उन्हें रोकने में सफलता पाई है। केंद्र सरकार ने भी हालात की गंभीरता को देखते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

केंद्र द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2023 से जनवरी 2024 तक कुल 2601 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में घुसते हुए पकड़ा गया। इनमें से सबसे अधिक गिरफ्तारी अक्टूबर 2023 में हुई, जब बीएसएफ ने अकेले उस महीने 331 घुसपैठियों को पकड़ा।
सीमा पर लगातार गश्त, नाका चेकिंग और निगरानी चौकियों के ज़रिये बीएसएफ बांग्लादेशी घुसपैठियों की कोशिशों को नाकाम करने में जुटी है। वर्तमान घटना से एक बार फिर यह साफ हुआ है कि सीमा पर स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है और दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं।

Exit mobile version