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Kathmandu: नेपाल ने चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट्स से बनाई दूरी

काठमांडू:(Kathmandu) चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव परियोजना (बीआरआई प्रोजेक्ट्स) के तहत दक्षिण एशिया के कई देश चीनी कर्ज में डूब चुके हैं। बीआईआई प्रोजेक्ट्स के तहत चीन की इस खतरनाक लोन डिप्लोमेसी का असर श्रीलंका और पाकिस्तान में स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रहा है। इससे सबक लेते हुए पड़ोसी देश नेपाल ने इस परियोजना के तहत विकास कार्य करवाने के लिए अब और कर्ज लेने से स्पष्ट रूप से इनकार किया है।

बीआईआई प्रोजेक्ट्स के तहत चीन से मिलने वाले कर्ज से पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और मालदीव में कई परियोजनाएं चल रही हैं। चीन नेपाल में भी बीआरआई प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहन देने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। हालांकि नेपाल सरकार ने इस परियोजना के तहत कर्ज लेने से अब इनकार कर दिया है।

नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने सोमवार को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट किया कि चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट्स को लागू नहीं किया गया है। नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एनपी सऊद ने चीन के इस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि बीआरआई प्रोजेक्ट्स नेपाल में लागू हो चुका है। हालांकि बीआरआई प्रोजेक्ट्स को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री एवं सीपीएन (एमसी) के अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ की चुप्पी से भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

उल्लेखनीय है कि एक जनवरी को पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन के दौरान चीनी राजदूत चेन सोंग ने कहा था कि हवाई अड्डे का निर्माण बीआरआई प्रोजेक्ट्स के तहत किया जा रहा है। शनिवार को पोखरा में आयोजित ड्रैगन बोट फेस्टिवल में भी उन्होंने यही बात दोहराई। अब नेपाल के विदेश मंत्री सऊद का मौजूदा बयान चीन के इसी दावे का जवाब माना जा रहा है।

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