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Jodhpur : रेलवे ने कबाड़ बेचकर कमाए 14.49 करोड़ रुपये

जाेधपुर : (Jodhpur) उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने बीते एक वर्ष में 3493 मैट्रिक टन स्क्रैप बेचकर 14.49 करोड़ रुपये कमाए हैं। जोधपुर डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि जोधपुर मंडल पर कबाड़ निस्तारण के लिए अभियान चलाया गया, जिसका उद्देश्य केवल कमाई करना नहीं, बल्कि रेल परिसरों को स्वच्छ, सुव्यवस्थित तथा सुरक्षित बनाना भी था।

त्रिपाठी ने बताया कि 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान जोधपुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों, कार्यालयों और रेलखंडों से एकत्रित 3 हजार 4 सौ 93 मैटिक टन स्क्रैप की बिक्री से मंडल को 14.49 करोड़ रुपये मिले। इस राशि का उपयोग स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के विस्तार, यात्री प्रतीक्षालयों के आधुनिकीकरण, प्लेटफॉर्म विस्तार और अन्य सुरक्षा उपकरणों पर किया जा सकेगा।

रेलवे के कबाड़ व इसके निस्तारण से हुआ ये फायदा

रेलवे के कबाड़ में मुख्य रूप से रेल, पुराने शेड, पुरानी पानी की टंकिया, बेकार वाहन, अनुपयोगी वैगन, कोच और लोहा स्क्रैप शामिल होता है। इनका निस्तारण होने के परिणामस्वरूप स्टेशनों व रेल लाइनों के आसपास फैले स्क्रैप हटने से ट्रेनों की आवाजाही पहले से ज्यादा सुरक्षित हो गई है। पुराने रेल टुकड़े, स्लीपर और टाई बार जैसे स्क्रैप अक्सर हादसों का कारण बनते हैं। समय पर निस्तारण से सुरक्षित रेल संचालन में सहयोग मिलता है। छोटी जगहों पर रखे अनुपयोगी ढांचे जैसे स्टाफ क्वार्टर, केबिन, शेड आदि को हटाकर अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं के लिए जगह खाली की जाती है। इससे भीड़भाड़ कम होती है व यात्री अनुभव बेहतर होता है। स्क्रैप बिक्री से मिली आय से रेलवे बेहतर वेटिंग एरिया, स्वच्छ शौचालय, पीने के पानी की सुविधाएं, ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन व आधुनिक सुरक्षा उपकरण लगवा सकता है। सीसीटीवी, बायो-टॉयलेट्स व एलिवेटेड वॉकवे जैसी परियोजनाओं में मदद मिल जाती है।

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