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Jhalawar : मृदा के लिए घातक है असंतुलित रासायनिक उर्वरकों का उपयोग

झालावाड़ : जिले के मनोहरथाना के चन्दीपुर में झालावाड़ कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से मिशन लाईफ के तहत ‘‘मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन अभियान पर किसान गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें 43 कृषकों एवं अधिकारियों ने भाग लिया।

केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, डॉ. टी.सी. वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम प्रभारी, कृषि विज्ञान केन्द्र, झालावाड़ मृदा वैज्ञानिक डॉ. सेवाराम रूण्डला ने किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि वर्तमान समय में किसान समुदाय की ओर से असंतुलित रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप मृदा स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। साथ ही मृदा को जीवित, क्रियाशील बनाए रखने एवं सुचारू कार्य करने के लिए जीवांश पदार्थों का होना आवश्यक है। लेकिन आधुनिक कृषि में इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। केवल रासायनिक उर्वरकों से खेती की जा रही है। किसानों को जागरूकता रखते हुए कार्बनिक कार्बन को निरन्तर बनाए रखने के लिए समय-समय पर जैविक खादें डालनी चाहिए। ताकि पोषक तत्वों की उपयोग दक्षता बधाई जा सके। एवं कृषिगत लागत में भी कटौती हो सके।

इस अवसर पर सरपंच चन्द्रकलां ने उपस्थित प्रतिभागियों को जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। बनेठ के कृषि पर्यवेक्षक धीरज मेघवाल ने कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

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