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INDORE : मध्यप्रदेश में खसरा संक्रमण के बाद इस साल मौत का पहला मामला सामने आया

इंदौर : इंदौर में दिमागी बुखार के इलाज के दौरान खसरे से संक्रमित पाए गए 11 वर्षीय किशोर की मौत हो गई है और यह इस साल राज्य में खसरे से पीड़ित किसी बच्चे के दम तोड़ने का पहला मामला है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि शहर के एक निजी अस्पताल में 11 वर्षीय लड़के को दिमागी बुखार के इलाज के लिए बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था और जांच के दौरान वह खसरे से संक्रमित पाया गया।

उन्होंने कहा,‘‘लड़के के परिजन अस्पताल के डॉक्टरों को सूचित किए बगैर उसे दूसरे निजी अस्पताल ले गए और हमें पता चला है कि इलाज के दौरान उसकी 14 फरवरी की देर रात मौत हो गई। हम इस मामले का पूरा ब्योरा जुटा रहे हैं।’’

जिलाधिकारी डॉ. इलैया राजा टी. ने बताया कि मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले लड़के को उसके परिजनों ने खसरे से बचाव का टीका नहीं लगवाया था।

उन्होंने कहा कि लड़के को कई स्वास्थ्यगत समस्याएं होने से चिकित्सक उसकी जान नहीं बचा सके।

जिलाधिकारी ने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की जिला कार्य बल समिति की बैठक बुलाकर अधिकारियों को खसरे की रोकथाम के प्रयास तेज करने के निर्देश दिए हैं।

इस बीच, राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया,‘‘सूबे में किसी खसरा संक्रमित बच्चे की मौत का यह इस साल का पहला मामला है। हमने मामले का पूरा ब्योरा मंगवाया है और इसके अध्ययन के बाद ही कहा जा सकेगा कि बच्चे की मौत खसरे से हुई या नहीं।’’

उन्होंने बताया कि सूबे में एक जनवरी से लेकर अब तक खसरे के 95 मामले सामने आए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने देश को इस साल के आखिर तक खसरे से मुक्त करने का लक्ष्य तय किया है और इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में इस बीमारी के खिलाफ निगरानी व टीकाकरण बढ़ा दिया है।

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