इंदौर : (Indore) इंदाैर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड (Indore’s famous Raja Raghuvanshi murder case) की जांच में जुटी शिलांग पुलिस की एसआईटी और इंदौर क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। बुधवार को ओल्ड पलासिया क्षेत्र स्थित इंडस्ट्री हाउस के पीछे एक नाले से अहम सबूत बरामद किए हैं। जिसमें सोनम का पिस्टल और गहने मिले है। यह बताया जा रहा है कि टीम ने सोनम का लैपटॉप भी रिकवर कर लिया है। पुलिस ने नाले में घंटों तलाशी अभियान के बाद साक्ष्य बरामद किये है। टीम के साथ आरोपित बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर शिलोम जेम्स (building contractor Shilom James) को भी मौके पर लाया गया था। वहीं शिलोम जेम्स के घर के बाहर खड़ी एक कार से करीब 1 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार, इसी नाले में शिलोम ने सोनम रघुवंशी का लैपटॉप फेंका था, जो अब बरामद कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नाले से राजा रघुवंशी का मोबाइल, देसी पिस्टल, कुछ सोने के आभूषण और एक लैपटॉप भी मिला है। सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच में सामने आया है कि हत्या के बाद इन अहम सबूतों को नाले में फेंक दिया गया था, ताकि साजिश के डिजिटल सुराग मिटाए जा सकें। अब फॉरेंसिक टीम लैपटॉप और हथियार की गहराई से जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इसी लैपटॉप में हत्या की प्लानिंग, ट्रांजैक्शन और कनेक्शन की कड़िया दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि इन दो सबूतों के जरिए पुलिस हत्याकांड के सुराग तक पहुंच सकती है। माना जा रहा है कि इन डिजिटल सबूतों से साजिश के राज खुल सकते है। पुलिस के हाथ हवाला कारोबार के भी इनपुट लगे हैं। अनुमान है कि सोनम के लैपटॉप में इसके लेन-देन का हिसाब मिल सकता है। इस लैपटॉप को शिलोम ने डिजिटल एविडेंस समझकर फेंक दिया था। कुछ ऐसी जानकारी भी पता चली है, जिससे तांत्रिक क्रिया के चलते मर्डर का शक गहरा रहा है। ऐसे में शिलॉन्ग पुलिस अभी शिलोम जेम्स और चौकीदार बलवीर अहिरवार को लेकर इंदौर में ही रुकेगी। इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया (Indore Crime Branch Additional DCP Rajesh Dandotia) ने कहा- शिलॉन्ग पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। उनसे क्या जानकारी मिली है, इस बारे में शिलॉन्ग पुलिस ने हमें कुछ नहीं बताया। तीनों आरोपी अभी ट्रांजिट रिमांड पर है।
गौरतलब है कि राजा की हत्या के बाद सोनम लैपटॉप, जूलरी और उसका फोन लेकर इंदौर आ गई थी। इंदौर में उसके ठहरने के लिए किराए पर फ्लैट लिया गया था। उस फ्लैट को छोड़कर जब वह गाजीपुर गई तो ठेकेदार शिलोम जेम्स ने वहां से बैग निकाल लिया। साथ ही बैग को जलाकर, उसके अंदर का सामान नाले में फेंक दिया था। इससे पहले इंदौर में सोनम रघुवंशी जिस फ्लैट में रुकी थी, उसके मालिक लोकेन्द्र सिंह तोमर को मंगलवार को मेघालय पुलिस की तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है । तोमर को सोमवार को ग्वालियर के गांधी नगर इलाके में एक फ्लैट से हिरासत में लिया गया था। ये बिल्डिंग करीब चार महीने पहले किराये पर चलाने के लिए शिलोम जेम्स ने ली थी। बलवीर यहां चौकीदार और कारपेंटर का काम करता था। शिलोम जेम्स पर हत्या के साक्ष्य मिटाने का आरोप है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि शिलोम के साथ लोकेंद्र तोमर और बलविंदर ने मिलकर साक्ष्य नष्ट करने में उसकी मदद की थी। हीराबाग स्थित फ्लैट से सोनम का सूटकेस, नकदी, आभूषण और हथियार गायब करने के पीछे भी इन तीनों का हाथ बताया जा रहा है। एसआईटी की टीम पिछले कई दिनों से इंदौर में डेरा डाले हुए है और हत्या से जुड़े तमाम पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि ये सबूत सोनम रघुवंशी के खिलाफ मजबूत केस तैयार करने में मददगार साबित होंगे।