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Howrah : सिविक वॉलंटियर को सरेआम अपमानित करने का मामला: वायरल वीडियो के बाद पेड़ों थाने के ओसी तन्मय कर्मकार को किया गया क्लोज

हावड़ा : (Howrah) मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर सिविक वॉलंटियर (Civic volunteer) से कान पकड़कर उठक-बैठक कराई गई। वीडियो वायरल होने के बाद दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है, वहीं पेड़ों थाने के ओसी को भी विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।

हावड़ा जिले के पेड़ों थाना क्षेत्र में एक सिविक वॉलंटियर को सार्वजनिक रूप से कान पकड़कर उठक-बैठक कराने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इस घटना का वीडियो सामने आते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस गंभीर घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को न देने के आरोप में थाना प्रभारी (ओसी) तन्मय कर्मकार को शनिवार को क्लोज कर दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक, यह घटना 11 जून को हावड़ा जिले के उदयनारायणपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पेड़ों थाना के बसंतपुर (Basantpur area of ​​Peddon police station under Udaynarayanpur) इलाके में घटी थी। पीड़ित सिविक वॉलंटियर का नाम श्रीधर चक्रवर्ती बताया गया है, जो स्थानीय निवासी हैं। वायरल वीडियो में कुछ लोग श्रीधर से यह पूछते नजर आ रहे हैं कि उन्होंने ‘दलीय मुद्दों’ (‘party issues’)पर आपत्तिजनक टिप्पणी क्यों की। जवाब में श्रीधर एक स्थानीय भाजपा नेता का नाम लेते हैं।

जिस भाजपा नेता का नाम वीडियो में लिया गया है, वह अभिजीत चक्रवर्ती उर्फ ‘लालु दा’ हैं (Abhijit Chakraborty alias ‘Lalu Da’) जो भाजपा के उदयनारायणपुर मंडल संख्या पांच के अध्यक्ष हैं। उन्होंने आरोपों को नकारते हुए कहा, “मुझे बदनाम करने की साजिश के तहत यह सब कराया गया है। सिविक वॉलंटियर शराब के नशे में तृणमूल कांग्रेस को गालियां दे रहा था, तभी कुछ लोगों ने उसे पीटकर मेरा नाम कहलवा दिया।”

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के बसंतपुर अंचल अध्यक्ष हसन सामिउल्लाह (Trinamool Congress’ Basantpur zonal president Hasan Samiullahr) ने कहा, “यह मुद्दा राजनीतिक नहीं है। पीड़ित सिविक वॉलंटियर के खिलाफ पहले से ही कई स्थानीय शिकायतें थीं। कुछ युवकों ने उसी नाराजगी में उसे सबक सिखाया। यदि भाजपा नेता का नाम लिया गया है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।”

घटना की जांच का जिम्मा हावड़ा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक सुबिमल पाल (Rural Superintendent of Police Subimal Pal) ने संभाला है। उन्होंने बताया कि वीडियो के सामने आने के तुरंत बाद दो लोगों—राजू गायक और लालु मलिक—(Raju Gayak and Lalu Malik) को पहले हिरासत में लिया गया और फिर गिरफ्तार किया गया। दोनों स्थानीय निवासी हैं और उनमें से एक तृणमूल से जुड़ा बताया जाता है।

इसके अलावा, पीड़ित सिविक वॉलंटियर श्रीधर चक्रवर्ती (the victim civic volunteer Sridhar Chakraborty) पर भी पहले से कई शिकायतें होने के कारण फिलहाल उन्हें भी ड्यूटी से हटा दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और वीडियो में नजर आ रहे अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।

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