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Hingoli/Washim : राजनीतिक चुनौतियों का मुकाबला कर रही है कांग्रेस, यात्रा से पार्टी में एकजुटता आई: रमेश

Hingoli/Washim: Congress is facing political challenges, the yatra brought unity in the party: Ramesh

हिंगोली/वाशिम: (Hingoli/Washim) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि पिछले 70 दिनों से चल रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पार्टी में ऐसे समय एकजुटता लेकर आई है जब वह राजनीतिक चुनौतियों का मुकाबला कर रही है।‘भारत जोड़ो यात्रा’ मंगलवार को अपने 69वें दिन में प्रवेश कर गई और यह दिन में हिंगोली से शुरू होकर महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के वाशिम जिले में पहुंची। इस यात्रा में राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हैं।रमेश ने वाशिम में संवाददाताओं से कहा कि आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर राहुल गांधी आदिवासियों की एक सभा को संबोधित करेंगे।उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कह कि वन अधिकार कानून और भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 को मौजूदा सरकार में कमजोर किया गया है जो आदिवासियों के लिए नुकसानदेह है।

ये कानून कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में लाए गए थे।रमेश ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार की नीति यही है कि किसानों से जमीन छीनी जाए और बड़े उद्योगतियों को सौंप दी जाए।उनका कहना था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का वोटबैंक से कोई लेनादेना नहीं है क्योंकि इसका उद्देश्य राजनीति से ऊपर है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक राजनीतिक दल की यात्रा है और हम राजनीतिक चुनौतियों का मुकाबला कर रहे हैं।’’रमेश ने कहा, ‘‘एक चीज स्पष्ट है कि पिछले 70 दिनों में यह देखा गया है कि पार्टी किस तरह से एकजुट हुई है और किस तरह से हम लोग समय पर पदयात्रा आरंभ कर देते हैं। एक भारतीय मानक समय है और एक ‘कांग्रेस मानक समय’ है।’’राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह हिंगोली जिले के फलेगांव से पैदल मार्च शुरू किया। पैदल मार्च में रमेश, महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री यशोमती ठाकुर और पार्टी के अन्य नेता गांधी के साथ थे।

रमेश ने मंगलवार को जनजातीय नेता बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें याद किया।उन्होंने एक ट्वीट पोस्ट किया, “आज ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का 69वां दिन है और सरदार पटेल से महज 15 दिन बाद पैदा हुए बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती है। लेकिन दुख की बात है कि रांची की एक ब्रिटिश जेल में 25 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गयी थी।”

रमेश ने कहा, “एक आदिवासी (वनवासी नहीं, जैसा आरएसएस आदिवासियों को कहता है), बिरसा मुंडा सभी भारतीयों के लिए प्रेरणा होने चाहिए। जिन कारणों के लिए उन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया, विशेष रूप से आदिवासी भूमि अधिकार आज भी बेहद प्रासंगिक हैं।”जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की स्मृति में सरकार ने पिछले साल 15 नवंबर को मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाने की घोषणा की थी।

कांग्रेस की व्यापक जनसंपर्क पहल ‘भारत जोड़ो यात्रा’ लगभग 150 दिनों में 3,570 किमी की दूरी तय करने के बाद जम्मू-कश्मीर में समाप्त होने से पहले 12 राज्यों से होकर गुजरेगी। फिलहाल सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा अब तक छह राज्यों के 28 जिलों से गुजर चुकी है।मध्य प्रदेश में 20 नवंबर को प्रवेश करने से पहले यात्रा महाराष्ट्र के पांच जिलों में लोगों से संपर्क करते हुए 382 किमी का रास्ता तय कर लेगी।

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