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Jagdalpur : निगम में कमीशनखोरी का अंबार, करोड़ों की मशीन हुई कबाड़ : संजय पांडे

अवैध रूप से वार्ड में किया जा रहा है कचरों का भंडारण , निगम के खिलाफ करेंगे एफआईआर : निर्मल पाणिग्रही

जगदलपुर : नगर निगम की सामान्य सभा में लगे प्रश्न पर चर्चा नहीं कराने के कारण नाराज भाजपा पार्षद एवं भाजपाइयों ने एसएलआरएम सेंटर प्रवीर वार्ड और डोंगा घाट शिव मंदिर वार्ड के भ्रमण में शनिवार को प्रात: 11 बजे प्रवीण वार्ड पहुंचकर वहां कार्यरत महिला स्वसहायता समूह के सदस्य से बातचीत की। सेंटर में अनेक अव्यवस्था, अनियमितता और अत्यंत दूषित वातावरण से वार्ड में फैल रही गंदगी के संबंध में भी वार्ड वासियों से बातचीत की गई।

उल्लेखनीय है कि निगम की सामान्य सभा में पार्षद द्वय राजपाल कसेर एवं निर्मल पाणिग्रही के द्वारा एसएलआरएम सेंटर में चल रही अनियमितता के संबंध में प्रश्न लगाए गए थे। सत्तापक्ष महापौर सफीरा साहू के बहुमत की दादागिरी और अध्यक्षा कविता साहू के कांग्रेसी व्यवहार के कारण इन प्रश्नों पर कोई चर्चा नहीं करने दी और सदन को तानाशाहीपूर्वक समाप्त करने की घोषणा कर दी गई।

नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने कहा कि सदन में प्रश्न पर चर्चा क्यों नहीं कराई गई इसका वजह स्थल पर जाने पर पता चलता है, क्योंकि यहां पर इन दो सेंटरों में लगभग डेढ़ करोड़ के ऊपर की लागत से वैट कंपोस्ट मशीन खरीदी गई थी। यह मशीन दिसंबर 2022 में खरीदने के बाद से ही मशीन बंद पड़ी है। जून 2024 में इसे चलाने का प्रयास किया गया परंतु सफलता नहीं मिली और इसके मोटर खराब हो गए, जो आज पर्यंत तक नहीं बन सका है। इन मशीनों के साथ लगभग 10 लाख रुपये कीमत की जी कंपोजिंग पाउडर भी निगम को मिलना था जोकि निगम को नहीं मिला ऊपर ही ऊपर 10 लाख रुपये निगम के नेता और अधिकारी हजम कर गए। पटका मशीन, बेलन मशीन जो कि लगभग 45 लाख रुपये कीमत से दो साल पहले खरीदा गया था, वह एक दिन भी नहीं चलायी जा सकी। इसके लिए निगम के भ्रष्ट नेता सफीरा साहू, कविता साहू ,अधिकारी और कर्मचारी पूरी तरह से दोषी है।

शिव मंदिर वार्ड के पार्षद निर्मल पानीग्रही ने बताया कि जब से सेंटर बना है तब से डोंगाघाट के लोगों का जीना दूभर हो गया है, सेंटर के सौ मीटर दूर पर एक बड़े गड्ढे पर नगर निगम अपना कचरा डंप कर रहा है। ड्राइवरों से पूछने पर आयुक्त और सेनेटरी इंस्पेक्टर हेमंत श्रीवास ने उन्हें यहां पर डम्प करने के लिए बताया गया है। वस्तुत: यह जगह कचरा फेंकने के लिए नोटिफाईड ही नहीं है, निगम के जिम्मेदार अपना डीजल बचाने के लिए भ्रष्टाचार करने के लिए पूरे रिहायशी इलाके में गंदगी फैला रहे हैं। यदि निगम यहां पर कचरा डंप करना बंद नहीं करेगा तो वो शीघ्र वार्ड वासियों के साथ जाकर एफआईआर दर्ज कराएंगे।

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