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East Champaran : जेल में बंद कुख्यात कुणाल सिंह के इशारे पर हुई थी संवेदक की हत्या

15 लाख की सुपारी में तय थी हत्या

पूर्वी चंपारण : संवेदक राजीव रंजन हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी मोतिहारी पुलिस के लिए चुनौती थी, जिसका पटाक्षेप पुलिस ने महज डेढ़ माह के अंदर करते हुए हत्या के पीछे के कारणों का खुलासा कर दिया है। हत्या के मामले में अबतक सात अपराधी गिरफ्तार किये गये है। जबकि एक व्यक्ति को अपराधियों को घर में संरक्षण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस की माने तो संवेदक की हत्या ठीकेदारी मैनेज में आडे आ रही प्रतिद्विंता में की गई। जेल में बंद कुख्यात कुणाल सिंह के इशारे पर शार्गिदो ने संवेदक राजीव की हत्या कर दी। गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष कई राज खोले है, जिससे हत्या की इस घटना में शामिल अन्य अपराधियों की भूमिका भी सामने आयी है। हत्या के दिन लाईनर की भूमिका विवेक सिंह निभा रहा था, जबकि उज्लवल सिंह, अमित श्रीवास्तव उसका सहयोग कर रहा था। बरामद काले रंग की स्कार्पियो जो उज्जवल सिंह की थी। जिससे घटना के बाद सभी अपराधी गोरखपुर निकल गये। बाद में उक्त सभी ट्रेन से मुराबाद चले गये। इसके बाद उज्जवल अपने ननिहाल बिजुलपुर अपने ममेरे भाई धामू के घर पर सभी हत्यारों को संरक्षण दे रखा था। जहां सभी अब फिर से एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन उनकी मंशा को पुलिस ने चकनाचूर कर दिया। ठीकेदार की हत्या 15 लाख रूपये सुपारी के बल पर कर दी गई। पैसे की लेनदेन अमित श्रीवास्तव के माध्यम से हुुआ था। तत्पश्चात अपराधियों ने घटना को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी थी।

उल्लेखनीय है,कि उक्त हत्या की घटना चकिया थाना से महज चंद दूरी पर सुबह सात बजे हुई थी। लिहाजा पुलिस के लिए इस हत्या के अपराधियों की गिरफ्तारी एक चैंलेंज थी। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अपराधी कल्याणपुर में एक ठीकेदार की हत्या के फिराक में थे, लेकिन पुलिस की तत्परता से हत्या की योजना विफल हो गई।

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