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Dungarpur : साइबर ठगी के 11 लाख रुपये ई-मित्र संचालक के खाते में डलवाने वाले 3 शातिर ठग गिरफ्तार

डूंगरपुर : (Dungarpur) जिले के साइबर थाना पुलिस ने ई-मित्र संचालक के खाते में साइबर ठगी के 11 लाख रुपये डलवाने वाले तीन शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, आरोपितों के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 34 एटीएम, 4 बैंक डायरिया, 4 चेक बुक व चेक, 12 सिम कार्ड सहित एक लग्जरी फॉर्च्यूनर कार को जब्त किया है। बदमाशों ने देशभर में विभिन्न लोगों को डिजिटल अरेस्ट, ई-ट्रेडिंग, ऑनलाइन जॉब, साइबर बुलिंग के नाम पर ठगी का शिकार बनाया। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है जिसमें अन्य वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।

साइबर थानाधिकारी गिरधारीलाल ने बताया कि प्रार्थी अनिल पुत्र रमणलाल कलाल निवासी बिलड़ी ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी जिसमें उसने बताया कि 5 जनवरी को उसका रिश्तेदार बिलड़ी निवासी भावेश पुत्र गणपत कलाल ने उसके ई-मित्र की दुकान पर आकर लोन व अन्य परिचितों से लिए हुए 11 लाख रुपये प्रार्थी के खाते में डलवाना के लिए खाता संख्या और क्यूआर कोड मांगा, जिस पर प्रार्थी अनिल ने खाते की डिटेल भावेश को उपलब्ध करा दी। इसके बाद 8 जनवरी को अनिल के खाते में अलग-अलग ट्रांजैक्शन से कुल 11 लाख रुपये जमा हुए। उक्त रकम भावेश ने झोथरी निवासी कुलदीप पुत्र हेमेंद्र कलाल को नकद देने को कहा। जिस पर अनिल ने अपने खाते से 5 लाख 15 हजार तथा परिचित राजपाल के खाते से एक लाख एवं अपनी मां कमला के खाते से दो लाख इस प्रकार कुल 8 लाख 75 हजार नकद निकालकर कुलदीप को दे दिए व बाकी के रुपये अगले 2 दिन में देने की बात कही। इसी बीच अनिल के मोबाइल पर मैसेज आया कि उसका, उसकी मां कमला तथा परिचित राजपाल का खाता अनलीगल ट्रांजैक्शन की वजह से फ्रीज कर दिया गया है। अनिल ने मामले की तहकीकात की तो पता चला कि पाडली गुजरेश्वर निवासी प्रदीप कलाल उर्फ पदु पुत्र राजेंद्र कलाल के कहने पर कुलदीप और भावेश द्वारा उक्त कृत किया। जिस पर अनिल ने कुलदीप कलाल को मामले की जानकारी दी तो उसने बताया कि उसने संपूर्ण राशि प्रदीप कलाल की मां बबीता देवी कलाल निवासी पाडली गुजरेश्वर हाल टीपी हाउस प्रताप नगर को दे दी है। वही, मामले को लेकर प्रदीप ने अनिल को चुप रहने की धमकी दी जिस पर अनिल ने भावेश कलाल, कुलदीप कलाल, प्रदीप कलाल के खिलाफ अनिल के खाते का दुरुपयोग कर साइबर अपराध करने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पीड़ित अनिल की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर टीम का गठन कर टीम द्वारा तकनीकी अनुसंधान व आसूचना का संकलन कर करीब 50 से अधिक जगह पर दबिश देकर आरोपित भावेश कलाल निवासी बिलड़ी पुलिस थाना कोतवाली, विजेश कलाल पुत्र नरेश कलाल निवासी उदयपुरा पुलिस थाना कोतवाली एवं दीक्षित कलाल पुत्र प्रवीण कलाल निवासी गामड़ा ब्राम्हणीया पुलिस थाना ओबरी को गिरफ्तार किया तथा उनके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 34 एटीएम, 4 बैंक डायरिया, 4 चेक बुक व चेक, 12 सिम कार्ड सहित एक लग्जरी फॉर्च्यूनर कार को जब्त किया है।

थानाधिकारी ने बताया कि बदमाशों ने देशभर में विभिन्न लोगों को डिजिटल अरेस्ट, ई-ट्रेडिंग, ऑनलाइन जॉब, साइबर बुलिंग, स्टॉकिंग, यूपीआई फ्रॉड जॉब, साइबर स्लेवरी के नाम पर ठगी का शिकार बनाते तथा उन पैसों से महंगी जमीने, महंगी कारें, महंगे सामान तथा अवैध तरीके से ब्याज पर रुपए देकर ब्याज एवं मूलधन की वसूली करते। पुलिस मामले में फरार आरोपित प्रदीप कलाल उर्फ पदु, कुलदीप कलाल एवं उसके साथियों की तलाश कर रही है। वहीं, गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ कर रही है जिसमें अन्य वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।

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