धमतरी : कुरूद पुलिस की अभिरक्षा में संदिग्ध परिस्थिति में शिवचरण चक्रधारी 50 वर्ष निवासी धोबनी पारा कुरूद की मौत हो गई। मृतक के परिजन, पुलिस की प्रताड़ना से मौत होने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि पुलिस स्वास्थ्य बिगड़ने की बात कह रही है। स्वास्थ्य बिगड़ने से या पुलिस की प्रताड़ना से मौत हुई है, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और मजिस्ट्रेट जांच के बाद पता चलेगा।
छह सितंबर की शाम कुरूद पुलिस ने शिवचरण चक्रधारी को ग्राम चर्रा की शराब दुकान रोड से पकड़ा था और पूछताछ के लिए पुलिस थाना लेकर आई थी। इसी दौरान उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस मामले ने सात सितंबर की सुबह उस समय तूल पकड़ लिया, जब मृतक के परिवार वालों ने धमतरी- रायपुर नेशनल हाइवे में बैठकर सड़क जाम कर दिया। इससे सडक पर वाहनों की लाइन लग गई थी। चक्काजाम की सूचना पर कुरूद एसडीओपी केके पटेल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बिरेझर पुुलिस चौकी और अर्जुनी थाना से भी पुलिस बल मंगाया गया। एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद लोग सड़क से हटे। कुरूद में चर्चा है कि पुलिस ने चर्रा की शराब दुकान से शराब खरीदकर आ रहे शिवचरण को पुलिस ने पकड़ा था, उसके पास 17 पौवा देशी शराब थी। लेकिन कुरूद पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से बच रही है।सात सितंबर को जिला अस्पताल के चीर घर में तीन से अधिक डाक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। मजिस्ट्रेट ने शव का पंचनामा किया। पुलिस अभिरक्षा में मौत और पुलिस पर मृतक के स्वजन आरोप लगा रहे हैं, इसलिए मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के दौरान गहमागहमी का माहौल रहा। पुलिस अधिकारियों के साथ डीएसपी केके वाजपेई वहां डटे रहे।
एएसपी धमतरी मधुलिका सिंह का कहना है कि मृतक शिवचरण के पास अवैध शराब होने की सूचना मिली थी। इसलिए पुलिस उसे पूछताछ के लिए कुरूद थाना लेकर आई थी। जैसे ही उसे थाना लाया गया, वह बेहोश हो गया। तत्काल पुलिस उसे कुरूद के अस्पताल लेकर गई। वहां के डाक्टर ने धमतरी के जिला अस्पताल रेफर कर दिया। डाक्टर ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है।