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Chitrakoot : जल जीवन मिशन के चोरी के पाइपों को खरीदने वाली कम्पनी मालिक को पुलिस ने दबोचा

अन्तरराज्यीय गैंग का एसपी वृंदा शुक्ला ने किया खुलासा

शातिर अपराधियों पर गैंगस्टर व एनएसए लगाने की तैयारी

चित्रकूट : भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना जल जीवन मिशन के चोरी के पाइपों को खरीदने वाली कम्पनी के मालिक समेत अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर 104 डीआई पाइप, दस नग डबल फ्लैंच पाइप, दस नग प्रयोग किये फ्लैंच पाइप, एक डिब्बा काला पेंट, एक डिब्बा फेबीकोल व ब्रस बरामद किया।

मंगलवार को पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने पुलिस कार्यालय स्थित राघव प्रेक्षागार में पत्रकारों को बताया कि रैपुरा थाना अध्यक्ष शैलेन्द्र चन्द्र पाण्डेय की टीम ने 27 अप्रैल को जल जीवन मिशन पाइपों की चोरी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से पुलिस ने डीसीएम में लदे चोरी के 50 पाइप के साथ दबोचा था। विवेचक ने जिला कारागार में बंद आरोपी गुरमीत सिंह व नियाज अहमद से पूछताछ में पता किया कि चोरी के पाइपों को डिलाइट इण्टरप्राइसेस प्रा.लि. रनिया कानपुर देहात में बिक्री करते थे। सम्बन्धित बिल बाउचर भी विवेचक को दिये। विवेचना ने प्रकाश में आए आरोपित विकास कुमार पटेल व अनुपम पाण्डेय उर्फ अमित के बयानों पर कानपुर स्थित डिलाइट इण्टर प्राइसेस प्रा.लि. रनिया कानपुर देहात जिसमें बडे पैमाने पर प्लास्टिक पाइप बनाने का काम होता है। पाइपों को स्क्रैप के दाम में खरीदा जाता है। चोरी के पाइपों के उन हिस्सों को जिसमें जल जीवन मिशन सम्बन्धित स्टीकर लगा होता है, उसे अलग कर पुनः फ्लैंच से जोड़कर नया पेन्ट कर डिलाइट कम्पनी का मार्का लगाकर बाजार मूल्य में पुनः ब्रिकी किया जाता है।

कानपुर देहात में सीओ लाइन्स निष्ठा उपाध्याय व सीओ सिटी हर्ष पाण्डेय की अगुवाई में एसओजी, क्राइम ब्रांच एवं रैपुरा थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने 22 मई को डिलाइट इण्टर प्राइसेस प्रा.लि. रनिया कानपुर देहात पर छापेमारी कर कम्पनी में रखे स्टॉक को चेक किया। कम्पनी से चोरी के पाइप बरामद किये। कम्पनी के कर्मचारी गोपाल उर्फ अमन ने बताया कि चोरी का माल खरीदा गया था। सरदार जी के डीसीएम व अन्य वाहनों से कई बार में यहां लाया गया था। रैपुरा पुलिस टीम ने कंपनी मालिक बृजकिशोर गुप्ता, सहकर्मचारी गोपाल उर्फ अमन को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट व एनएसए की कार्यवाही प्रस्तावित हैं। जांच में पता चला कि तीन माह में गिरफ्तार कम्पनी कर्मचारी अमन व पूर्व में गिरफ्तार चोरों के बीच 450 से अधिक बार मोबाइल में बात हुई है।

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