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Chandigarh : सुखबीर बादल व अकाली नेताओं की धार्मिक सजा पूरी

दरबार साहिब जाकर करवाई क्षमा याचना अरदास
चंडीगढ़ :
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह द्वारा अकाली नेता सुखबीर बादल व अन्य को सुनाई गई धार्मिक सजा शुक्रवार को पूरी हो गई। दस दिनों तक विभिन्न गुरुद्वारों में सजा भुगतने के बाद सुखबीर बादल आज अन्य अकाली नेताओं के साथ दरबार साहिब पहुंचे। यहां अकाल तख्त सचिवालय में सुखबीर बादल व अन्य नेताओं की धार्मिक सजा का ब्यौरा दर्ज किया गया।

सुखबीर बादल ने अकाल तख्त साहिब के समक्ष अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना अरदास करवाई। अरदास के पश्चात सुखबीर बादल अब सामान्य जीवन में लौट आए हैं। अकाली दल प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि हमें श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा जो आदेश दिए गए, हमने उसे माना और अपनी सेवा पूरी की। सारी लीडरशिप को मैं धन्यवाद करता हूं कि सभी ने सेवा में बढ़-चढ़ कर अपना हिस्सा दिया। इस दौरान विरसा सिंह वल्टोहा के सवाल पर चीमा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। चीमा ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि आज की सुरक्षा सिर्फ दिखावे की सुरक्षा है। जितनी मुस्तैदी आज दिखा रहे हैं, उतनी उस दिन दिखाई होती तो इतना मामला नहीं बढ़ता और दुनिया में जो गलत संदेश गया, उसे भी रोका जा सकता था। पिछले 10 दिनों में सुखबीर बादल श्री मुक्तसर साहिब, दरबार साहिब, श्री केसगढ़ साहिब, दमदमा साहिब और फतेहगढ़ साहिब में 2-2 दिनों की सजा पूरी कर चुके हैं।

बीते दो दिसंबर को सजा सुनाते समय श्री अकाल तख्त साहिब ने साफ कर दिया था कि अब शिरोमणि अकाली दल का नए सिरे से गठन किया जाना चाहिए। इन आदेशों के अनुसार एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की देखरेख में कमेटी बनाई गई थी। जिसकी जिम्मेदारी 6 महीने में नई भर्ती करना और अकाली दल का नया ढांचा तैयार करना है। इसके साथ ही अकाली दल की कोर कमेटी को सुखबीर बादल व अन्य के इस्तीफे स्वीकार कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब को सौंपने के आदेश दिए गए हैं। आज सुखबीर बादल की सजा समाप्त होने के बाद अकाली दल के पुनर्गठन की प्रक्रिया भी किसी समय शुरू हो सकती है। जिसके तहत पहले सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार होगा।

अकाली दल में मचे घमासान के बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने आज एक वीडियो जारी कर पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री बीबी जागीर कौर व महिलाओं से माफी मांगी की है। धामी ने इस संबंध में अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को भी पत्र लिखा है। धामी ने कहा कि कई बार इंसान क्रोधित होकर अपनी भावनाओं को खो बैठता है। मैं समूची नारी जाति का सम्मान करते हुए क्षमा याचना करता हूं।

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