India Ground Report

Bhopal : मप्र में अपराधियों तथा माफियाओं को नेस्तनाबूद करने डीजीपी ने दिए निर्देश

भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए माफियाओं को नेस्तनाबूद करने के दिशा-निर्देश प्रदेश के सभी जोनल एडीजी/आईजी/एसपी को दिए गए थे। जिसकी समीक्षा गुरूवार को पुलिस मुख्यालय से पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने वीडियों कांफ्रेंस के माध्यम से की। इस वीडियों कांफ्रेंसिंग में सभी जोनल एडीजी/आईजी, इंदौर और भोपाल के कमिश्नर तथा सभी जिलों के एसपी/डीसीपी उपस्थित थे।

डीजीपी सक्सेना ने निर्देश दिए कि माफियाओं जैसे अवैध खनन, अवैध शराब, जुआ-सट्टा, चिटफंड माफिया, भू-माफिया, मिलावट माफिया को नेस्तनाबूद करने के निर्देश दिए । उन्होंने बैठक में कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोग अहाते बंद होने के बाद खुले में शराब न पीएं साथ ही निर्धारित स्थल के अलावा कहीं भी शराब विक्रय होने पर सख्त कार्रवाई करें।

उज्जैन पुलिस की तर्ज पर कार्रवाई करें:-

उन्होंने कहा कि जिस तरह उज्जैन पुलिस ने पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत ड्रग्स माफिया पर सख्ती दिखाते हुए 11 तस्करों को जेल में निरूद्ध किया था, उसी तरह प्रदेश के हर जिले में पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से ले । उन्होंने निर्देश दिए कि मदरसों पर भी कड़ी निगाह रखी जाए और इस बात का ध्यान रखा जाए कि कहीं कोई राष्ट्रविरोधी आतंकवादी तत्व तो नहीं पनप रहे।

बैठक में उन्होंने पेसा एक्ट के अंतर्गत प्रत्येक गांव में शांति एवं विवाद निवारण समिति की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि प्रत्येक जिले के शत-प्रतिशत गांवों में समितियों की स्थापना हो जाए।

जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं:-

डीजीपी ने कहा कि मप्र में महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने बेटियों-बहनों को बहला-फुसलाने या धर्मांतरण करवाने वालों पर कड़ी निगाह रखने और ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।

बैठक में उन्होंने पीएफआई तथा अन्य अतिवादी संगठनों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह काम सिर्फ एटीएस का नहीं है, सभी जिलों में पुलिस अधीक्षक भी इन आपराधिक तत्वों पर निगाह बनाएं रखें।

Exit mobile version