
Bhadohi : टेलीमेडिसिन की सुविधा से जुड़े भदोही जनपद के सभी हेल्थ सेंटर, दो सीएचसी को बनाया जाएगा हब सेंटर

अब तक टेलीमेडिसिन के माध्यम से 2400 मरीज हुए लाभान्वित
वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा स्पेशलिस्ट डाक्टरों से मिल रहा है परामर्श
सत्येंद्र द्विवेदी
भदोही : जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों व उपकेंद्रों को टेलीमेडिसीन से जोड़ने के साथ ही साथ दो सामुदायिक
केंद्रों को टेलीमेडिसिन का हब बनाने की तैयारी की जा रही है। मुख्यचिकित्साधिकारी डाक्टर संतोष कुमार चक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हर स्तर से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए युद्ध स्तर पर लगा हुआ है। इसी के तहत टेलीमेडिसीन से अब जिले के आधा दर्जन सामुदायिक केंद्र, 15 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 68 उपकेंद्रों को जोड़ दिया गया है, इसके साथ ही साथ दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औराई व डीघ को टेलीमेडिसिन का हब बनाने की तैयारी की जा रही है, जो इस माह के अंत तक पूर्ण हो जाएगी।
बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेलीमेडिसिन के माध्यम से जनपद में अब तक कुल 2400 मरीजों का सफल इलाज किया गया। जिसमें हृदय रोगी, मानसिक रूप से विक्षिप्त रोगी एवं कैसर से पीड़ित रोगी भी शामिल है। निशुल्क इलाज की यह नवीनतम तकनीक जनपद के गरीब मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक रोली श्रीवास्तव ने बतायाकि टेलीमेडिसिन के तहत अच्छे निजी संस्थानों से करार किया गया है जहां के विशेषज्ञ चिकित्सक वीडियोकाफ्रेंसिग के माध्यम से मरीजों का निदान कर रहे हैं।
जनपद में वीडियो काफ्रेंसिग के माध्यम से 12589 लोगों का गंभीर इलाज अब संभव हो गया है। जिनमें 2400 मरीज़ पूर्णतः स्वस्थ्य होकर अपनी जिंदगी जी रहे है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि जनपद के सभी केंद्रों पर टेलीमेडिसिन की सुविधा मिल रही है। सभी संबंधित राजकीय अस्पताल आंध्र प्रदेश के हैदराबाद स्थित अपोलो हास्पिटल से सीधे जुड़ गए हैं। जिला चिकित्सालय में सबसे पहले 22 फरवरी 2019 से ही टेलीमेडिसिन की सुविधा शुरू हो गई है।
डीपीएम ने बताया कि उपचार के लिए अपोलो द्वारा परामर्श के अलावा दवाएं, उपकरण भी उपलब्ध कराया जा रहा है। टेलीमेडिसिन के माध्यम से सामान्य बीमारियों के अलावा हदय रोग, न्यूरो, बाल रोग, महिला रोग, हड्डी रोग, त्वचा संबधी बीमारियें का इलाज संभव है। इस तकनीक से दूर बैठे लोग फिजियोथेरेपी का भी लाभ उठा सकते हैं। जिला समन्वयक ने बताया कि टेलीमेडिसीन के माध्यम से हर जरूरतमंद को ठीक करने का अभियान चलाया गया है।