क्या'शुगर-फ्री' उत्पाद सच में हमें रोगो से बचाता है?तो जान लीजिये पूरा सच
लो-कैलोरी, लो-कार्ब और शुगर-फ्री खाद्य पदार्थों की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इनमें नॉन-न्यूट्रीटिव शुगर मौजूद होती है।
मधुमेह के कई रोगी चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर युक्त चीजों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि उनके खाने में मिठास आ सके, लेकिन यह किसी मीठे जहर से कम नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार, नॉन-शुगर स्वीटनर शरीर की चर्बी कम करने में कोई लाभ प्रदान नहीं करते हैं और ऐसे विकल्पों के उपयोग से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
इससे टाइप 2 मधुमेह, हृदय रोग और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
ये चीनी की लालसा का कारण बनते हैं, जो वजन बढ़ाता है। इनसे शरीर की मेटाबॉलिज्म क्षमता धीमी होती है और सुस्त और थका हुआ महसूस होता है।
इसके लंबे उपयोग के कारण सीखने में कठिनाई, सिरदर्द, माइग्रेन, चिड़चिड़ापन, चिंता और अनिद्रा जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं।
नेचुरल स्वीटनर को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं या फिर फल, खजूर और सूखे मेवों का सेवन करें।जो मीठे की तलब को प्राकृतिक रूप से दूर करने सहित कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं।