छाछ या दही किसका सेवन ज्यादा बेहतर?

दही और छाछ के बनने की प्रक्रिया बताती है दोनों में अंतर

दही बनाने के लिए आवश्यकतानुसार दूध को गुनगुना करके उसमें एक चम्मच दही मिलाकर लगभग 6-8 घंटे के लिए ढक्कर छोड़ दिया जाता है।यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसका इस्तेमाल घर में दही जमाने के लिए करती हैं।दूसरी ओर, छाछ सफेद मक्खन को मथकर बनाई जाती है और इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें मसाले और कुछ हर्बस मिला सकते हैं।

दोनों डेयरी उत्पादों में कितना है पोषण?

आसानी से घर में तैयार किया जाने वाला दही कैल्शियम का एक समृद्ध स्रोत है और साथ ही विटामिन-B2, विटामिन-B12, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है।इसके साथ ही इसमें कोई इसमें किसी तरह के कैमिकल्स नहीं होते हैं।अगर छाछ की बात करें तो इसमें कैल्शियम, विटामिन-B12, जिंक, राइबोफ्लेविन और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।

दही और छाछ से मिलने वाले फायदे

हार्मोन में होने वाले असंतुलन को कोर्टिसोल की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।छाछ का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे पचाना आसान होता है। यह हड्डियों के विकास में मदद करता है और हाई कोलेस्ट्रॉल, कैंसर और तनाव आदि से सुरक्षित रखने में सहायक है।

दही और छाछ में से क्या है स्वास्थ्य के लिए बेहतर?

दही की तुलना में छाछ में फैट और कैलोरी कम होती है। ऐसे में वजन कम करने वाले लोगों के लिए छाछ एक बेहतरीन विकल्प है।दरअसल, ज्यादा पानी डालने से छाछ में से बटरफैट निकल जाता है। इसके साथ ही इसमें चीनी नहीं होती है, जो इसे मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए भी अच्छा बनाती है।

दही उन व्यक्तियों के लिए एक बेहतर विकल्प है, जो वजन बढ़ाना चाहते हैं।